National Conference on Recent Trends and Future Prospects of Floriculture in India 2024

भारत में फ्लोरीकल्चर के नए ट्रेंड और भविष्य की संभावनाओं को लेकर जनवरी 2024 में नेशनल कांफ्रेंस का आयोजन

नई दिल्ली। इंडियन इंस्ट्टीयूट ऑफ हॉर्टीकल्चर रिसर्च, बेंगलुरू, सोसयटी फॉर प्रमोशन ऑफ हॉर्टिकल्चर, बेंगलुरू के सहयोग से 9 जनवरी से 11 जनवरी के दौरान “भारत में फूलों की खेती के तात्कालिक ट्रेंड और भविष्य की संभावनाएं” पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इस सम्मेलन का उद्देश्य विभिन्न प्रकार के फूलों की खेती करने वालों, शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों, पर्यावरण संरक्षणवादी, किसान और उद्यमियों को अपना अपना ज्ञान साझा करने के लिए मंच प्रदान करना होगा। इस सम्मेलन में फूलों की खेती से जुड़े किसान, वैज्ञानिक, उद्मी, आईसीआर के किसान, उत्पादक, छात्र एवं विभिन्न प्रकार की सरकारी और गैर सरकारी संगठन और निजी एजेंसियां हिस्सा लेंगी।

गौरतलब है कि फ्लोरीकल्चर एक बहु-अरब डॉलर का वैश्विक उद्योग है, जिसमें कट फ्लॉवर, पारंपरिक फूल, बगीचे के पौधे, पत्तेदार पौधे, गमले वाले पौधे, गुणवत्ता वाले बीज और रोपण सामग्री, सूखे फूल और पत्ते, भूनिर्माण, फसल प्रबंधन और मूल्यवर्धित उत्पाद का उत्पादन शामिल है।। भारत में प्रचलित विविध कृषि-जलवायु परिस्थितियाँ सजावटी फसलों के साल भर उत्पादन के लिए अनुकूल हैं। 2023-2028 के दौरान 13% की अपेक्षित चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) के साथ 2022 में भारतीय फूलों की खेती का बाजार 231.7 बिलियन रुपये तक पहुंच गया।

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फूल भारतीय समाज का एक अभिन्न अंग रहे हैं और सौंदर्य से लेकर सामाजिक और धार्मिक उद्देश्यों तक विभिन्न उद्देश्यों के लिए इसकी खेती की जाती है। वैश्विक क्षेत्र में कटे और खुले फूलों की मांग में लगातार वृद्धि ने फूलों की खेती को भारतीय कृषि में महत्वपूर्ण व्यवसायों में से एक बना दिया है।

बदलती सामाजिक-आर्थिक संरचना के साथ-साथ वैश्वीकरण के प्रभावों के कारण भारत में खपत बढ़ रही है। आधुनिकीकरण और बढ़ते पश्चिमी सांस्कृतिक प्रभावों ने उपभोक्ताओं को वेलेंटाइन डे, वर्षगाँठ, जन्मदिन, फ्रेंडशिप डे, मदर्स डे, फादर्स डे आदि अवसरों पर फूल खरीदने के लिए प्रेरित किया है। भारत में धार्मिक त्योहारों में फूलों की भारी मांग और खपत होती है।

फूलों का उपयोग बड़े पैमाने पर स्वाद और सुगंध, प्राकृतिक रंग, दवाएं, न्यूट्रास्युटिकल और फार्मास्युटिकल यौगिकों के निष्कर्षण के लिए भी किया जाता है। इस पृष्ठभूमि के साथ, आईसीएआर-भारतीय बागवानी अनुसंधान संस्थान, हेसरघट्टा, बेंगलुरु, सोसाइटी फॉर प्रमोशन ऑफ हॉर्टिकल्चर (एसपीएच), बेंगलुरु के सहयोग से 9 जनवरी के दौरान “भारत में फूलों की खेती के हालिया रुझान और भविष्य की संभावनाएं” पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। इस सम्मेलन का आयोजन 9 जनवरी से लेकर 11 जनवरी तक बेंगलुरू में किया जाएगा । इस सम्मेलन में रजिस्ट्रेशन के लिए इस लिंक https://ncflori2024.eventsdashboard.in/ पर लॉग इन कर फॉर्म भर सकते हैं।

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