राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत वैशाली में 90 हेक्टेयर में मेथी, धनिया, आलू की खेती

वैशाली: बिहार सरकार लगातार किसानों को बागवानी के छेत्र में आने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, ताकि उनकी आय बढे और आर्थिक स्तिथि बेहतर हो। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा कई योजनाएं और कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। वैशाली जिले में बागवानी को आगे बढ़ाने के लिए एक नयी योजना  शुरू की गई है, ‘राष्ट्रीय बागवानी मिशन’ जिसका मकसद किसानों की आय बढ़ाना है, और उनको संपन्न बनाना है। इस योजना के तहत 2024-25 में 90 हेक्टेयर में मेथी, धनिया, और आलू की खेती को बढ़ावा दिया जाएगा। बेहतर किस्म के बीज और पौधे किसानों को  दिए जाएंगे, ताकि उनकी फसल अच्छी हो सके और उन्हें ज्यादा मुनाफा मिले।

जिला उद्यान विभाग ने “पहले आओ, पहले पाओ” के आधार पर किसानों को 84,000 हाईब्रिड बीज देने की योजना बनाई है। जो किसान सब्जी की खेती करना चाहते हैं, वे ब्रोकोली, कैप्सिकम, टमाटर, फूलगोभी, बैंगन, तरबूज और खरबूज के पौधों के लिए आवेदन कर सकते हैं। इन पौधों की कीमत केवल 3 रुपए होगी, जिसमें सरकार 75 प्रतिशत अनुदान देगी। इससे किसान खेती पर कम खर्च करके ज्यादा कमाई कर सकेंगे।

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वैशाली के सहायक कृषि निदेशक शंशाक कुमार ने बताया कि इस साल आलू की खेती के लिए “चिप सोना” किस्म का बीज दिया जाएगा। इसकी कीमत 1 लाख 25 हजार रुपये होगी, जिसमें 75 प्रतिशत अनुदान सरकार देगी। आलू के साथ-साथ सब्जियों की खेती को भी बढ़ावा मिलेगा। किसान इस योजना का लाभ उठाने के लिए कृषि विभाग की वेबसाइट पर आवेदन कर सकते हैं। यह सरकारी मदद किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाएगी और उनकी खेती की पैदावार भी बढ़ाएगी।