National seminar organized in Patna on the subject of sustainable agriculture and green development.

पटना में ‘टिकाऊ कृषि एवं हरित विकास’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

नई दिल्ली। ‘टिकाऊ कृषि एवं  हरित विकास’ विषय पर कृषि अनुसंधान परिसर पटना में एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। बता दें कि दिनांक 13 फरवरी 2024 को आयोजित संगोष्ठी में कृषि में उत्पादकता बढ़ाने की दिशा में समेकित प्रयास पर  चर्चा में । इस सेमिनार में  वैज्ञानिक, विद्यार्थी, किसान मौजूद रहे। सेमिनार का आयोजन तीन सत्रों में किया गया, सभी सत्रों को अलग-अलग विद्वान  विशेषज्ञों ने संबोधित किया।

इस सेमिनार में राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के निदेशक डॉ. विकाश दास ने लीची की खेती करने वाले किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि फलों की खेती करने के लिए समाज और किसानों को आगे आना चाहिए। इस तरह की खेती से बेहतर कमाई की जा सकती है।  उन्होंने बताया कि ऐसा करके, हम हरित विकास में क्रान्ति ला सकते हैं, जिससे फल और सब्जियों को दूसरे जगह से लाना नहीं होगा और परिवहन की आवश्यकता भी कम हो जाएगी।  रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, पटना के सहायक महाप्रबंधक श्री राजीव कुमार ने भी अपने विचार रखे। तकनीकी सत्र की अध्यक्षता बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. रामेश्वर सिंह ने की, जिसमें राष्ट्रीय लीची अनुसंधान केंद्र, मुजफ्फरपुर के निदेशक डॉ. बिकाश दास, के साथ-साथ कृषि से संबंधित अनेक लोगों ने भाग लियाऔर  हरित वित्तपोषण योजनाओं पर प्रकाश डाला।