अब ड्रोन के जरिए खेतों में आएगी नई तरह की क्रांति : आनंद कुमार
नई दिल्ली। अब कानपुर के किसानों के जीवन में ड्रोन के जरिए खेती करने से नई तरह की क्रांति आ सकती है। भारतीय कृषि अनुसंधन परिषद नई दिल्ली के वित्तीय सहयोग से इस ड्रोन को लाया गया है। बीते शनिवार चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यलाय परिसर में ड्रोन का सफल परिक्षण किया गया। इस अवसर पर सीएसए के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि किसान खेती के दौरान इस तरह के ड्रोन के प्रयोग से अधिक से अधिक लाभाविन्त हो सकेंगे। ड्रोन का परीक्षण जो किया गया उससे न सिर्फ किसानों की आय बढ़ेगी बल्कि उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
सीएसए के मीडिया प्रभारी डॉ खलील खान ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर में ड्रोन का सफल परीक्षण किया गया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉक्टर आनंद कुमार सिंह ने ड्रोन को रवाना किया। इस अवसर पर ड्रोन के विशेषज्ञों द्वारा कुलपति को ड्रोन की तकनीक एवं उसके प्रयोग में ली जाने वाली बारीकियों तथा उपयोगिता के संबंध में विस्तार से बताया।
ड्रोन विशेषज्ञों ने कुलपति को जानकारी दी कि ड्रोन के माध्यम से आठ घंटे में तीस हेक्टेयर क्षेत्र में कृषि रक्षा रसायनों एवं उर्वरकों का छिड़काव करके कम रसायन से अधिक क्षेत्रफल में छिड़काव व लागत में कमी लाते हुए आय में वृद्धि की जा सकेगी। इस नई तकनीक के प्रयोग से सब्जियों, फलों एवं उद्यानिकी फसलों में भी दस मीटर की ऊंचाई तक फसलों में लगने वाले कीट रोगों के नियंत्रण में सुगमता प्राप्त होगी।
इस अवसर पर निदेशक प्रसार डॉक्टर आरके यादव, कुलसचिव डॉ पी के उपाध्याय, डॉ मुनीश कुमार, मारुत ड्रोन हैदराबाद के ड्रोन विशेषज्ञ उदय किरन, डॉ महक सिंह सहित विभागाध्यक्ष एवं संकाय सदस्य अधिकारी एवं वैज्ञानिक गण उपस्थित रहे।