A one-day workshop on the topic “Natural and Green Farming”

पटना में प्राकृतिक खेती विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला

नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के केंद्र पूर्वी अनुसंधान परिसर, पटना में दिनांक 22 मार्च 2024 को “प्राकृतिक एवं हरित खेती” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस दौरान संस्थान के निदेशक डॉ. अनुप दास ने कहा कि प्राकृतिक एवं हरित खेती से पर्यावरण को बचाया जा सकता हैं।  इस कार्यशाला में राज्य के जिले के विभिन्न प्रखंडों से लगभग 180 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान किसानों को संस्थान के विभिन्न प्रक्षेत्रों, जैसे प्राकृतिक एवं जैविक खेती, औषधीय पौधों, पोषण वाटिका, समेकित कृषि प्रणाली मॉडल का भ्रमण कराया गया, जिसमें अलग-अलग विषयों के वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को नई एवं उन्नत तकनीकों के बारे में जानकारी दी गई ताकि किसान इन तकनीकों को अपनाकर आय में वृद्धि कर सके |

संस्थान के निदेशक डॉ. दास ने किसानों को संबोधित करते हुए बताया कि रासायनिक उर्वरक का अंधाधुंध प्रयोग न सिर्फ हमारी मिट्टी बल्कि हमारे स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचाता है, इसलिए हमें रासायनिक उर्वरक का प्रयोग धीरे-धीरे कम करना है। इस दौरान किसान, बागवान, कृषि अधिकारी एव कृषि वैज्ञानिक शामिल हुए।