प्राकृतिक आपदा के कारण संतरा की फसल बर्बाद
नई दिल्ली। मध्य प्रदेश के पांढुरना में प्राकृतिक आपदा के कारण संतरा की फसल बर्बाद हो गयी है। पांढुरना के संतरे की खेती करने वाले किसान परेशान हैं। आपदा ने संतरा की फसल को धराशायी कर दिया। जिससे संतरा उत्पादक किसानों का लाखों का नुकसान हुआ है। संतरा बागवानी फसल के अंतर्गत आता है , लेकिन इस फसल को अभी तक फसल बीमा में शामिल नहीं किया गया है। ऐसे हालातों में पीड़ित किसानों को कोई मुआवजा भी नहीं मिल पाएगा। सरकार को अन्य विकल्पों से संतरा नुकसान के लिए किसानों को आर्थिक सहायता उपलब्ध होने की संभावना भी कम है। उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के पांढुरना क्षेत्र में संतरा की खेती बड़े पैमाने पर होती है। यहां तिगांव, बोरगांव, मारुड़, खेड़ीपांडेवार और घुड़नखापा में तेज हवा के साथ वर्षा हुई। जिससे संतरा की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
मध्य प्रदेश के पांढुर्ना का इलाका महाराष्ट्र के नागपुर से सटा हुआ हुआ है। यहां और छिंदवाड़ा में बड़े पैमाने पर संतरे उगाए जाते हैं। इसके अलावा मध्य प्रदेश में संतरे की बागवानी मुख्यत छिंदवाड़ा, बैतूल, होशंगाबाद, शाजापुर, उज्जैन, भोपाल, नीमच,रतलाम तथा मंसौर जिले मे की जाती है। यह सभी इलाका ऑरेंज सिटी नागपुर से 200 किलोमिटर के आप-पास पड़ता है।