दिल्ली के हरे-भरे इलाकों में ओजोन प्रदूषण का असर अधिक
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली और देश के कई बड़े शहरों में ओजोन प्रदूषण का लगातार बढ़ता स्तर लोगों की चिंता का विषय बन गया है। हालांकि, राहत की बात यह है कि दिल्ली-एनसीआर के उन इलाकों की पहचान कर ली गई है, जहां ओजोन प्रदूषण ज्यादा है। इससे इन इलाकों में प्रदूषण रोकने में मदद मिलेगी।
आमतौर पर हवा में प्रदूषण के स्तर को मापने के लिए पीएम 2.5 और पीएम 10 जैसे कणों की जांच की जाती है। लेकिन, हाल के सालों में दिल्ली और अन्य बड़े शहरों में ओजोन प्रदूषण भी बढ़ा है। सतह पर मौजूद ओजोन के कण सेहत के लिए खतरनाक होते हैं। इसीलिए इसे रोकने के लिए खास प्रयास करने की ज़रूरत होती है।
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विज्ञान और पर्यावरण केंद्र (CSE) ने अपनी रिपोर्ट में दिल्ली और एनसीआर के उन निगरानी केंद्रों की पहचान की है जहां ओजोन प्रदूषण सबसे ज्यादा है। वहीं, आठ ऐसे स्टेशनों की भी पहचान हुई है, जहां एक दिन भी ओजोन का स्तर मानकों से ज्यादा नहीं रहा।
1 अप्रैल 2024 से 18 जुलाई 2024 तक के डेटा का विश्लेषण किया गया है, जिसमें यह पता चला कि दिल्ली के करणी सिंह शूटिंग रेंज और नरेला जैसे हरे-भरे इलाकों में 78 दिनों तक ओजोन प्रदूषण रहा। जबकि आयानगर, चांदनी चौक, पूसा जैसे घनी आबादी वाले इलाकों में एक भी दिन ओजोन का स्तर मानकों से ज्यादा नहीं था।