मुंबई में प्रदूषण रोकने के लिए बीएमसी और एमपीसीबी की सख्त कार्रवाई

मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में प्रदूषण कम करने के लिए बीएमसी और महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी) ने कई अहम कदम उठाए हैं। बीएमसी कमिश्नर भूषण गगरानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि कोयला और लकड़ी से चलने वाली 77 बेकरी बंद की जाएंगी। इसके अलावा, 41 लकड़ी आधारित शवदाह गृहों को पीएनजी और बिजली से चलने वाला बना दिया गया है। बाकी 225 शवदाह गृहों को भी बिजली और पीएनजी से चलाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

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बेस्ट के बेड़े में 2100 सिंगल-डेकर और 200 डबल-डेकर इलेक्ट्रिक बसें शामिल की जाएंगी। दहिसर और कल्याण में 600 मीट्रिक टन क्षमता के डेब्रिज प्रोसेसिंग प्रोजेक्ट शुरू हुए हैं। मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में 45 वायु गुणवत्ता निगरानी उपकरण लगाए गए हैं, जिनमें से 28 मशीनें मुंबई में हैं। सड़कों की सफाई के लिए 67 छोटे और 39 बड़े टैंकरों से रोजाना पानी का छिड़काव किया जा रहा है।

स्वास्थ्य के लिए जरूरी सुझाव: दौड़ने या कठिन व्यायाम से बचें। घर की सफाई के लिए गीले पोंछे का उपयोग करें। सिगरेट और तंबाकू उत्पादों से बचें। अगर सांस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ज्यादा प्रदूषण के समय मास्क पहनें। इन प्रयासों से मुंबई की हवा को साफ और स्वस्थ बनाने की कोशिश की जा रही है।