पॉलीटनल तकनीक: किसानों के लिए बागवानी क्षेत्र में नई क्रांति

पटना: आज के दौर में भारतीय किसान नई तकनीकों को अपनाकर अपनी आय बढ़ा रहे हैं। इन्हीं तकनीकों में से एक है पॉलीटनल तकनीक, जिसने बागवानी क्षेत्र में क्रांति ला दी है। यह तकनीक किसानों को प्रतिकूल मौसम में भी बेहतर उपज प्राप्त करने में मदद करती है। पॉलीटनल एक ग्रीनहाउस जैसी संरचना है, जिसमें पॉलीथीन शीट्स का उपयोग किया जाता है। इस संरचना के अंदर का तापमान, नमी और प्रकाश का स्तर नियंत्रित किया जा सकता है। इससे पौधों को उनकी जरूरत के अनुसार अनुकूल वातावरण मिलता है।

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पॉलीटनल की विधि के कई  फायदे हैं, जैसे सामान्य खेती की तुलना में उपज अधिक होती है। ठंड, गर्मी, बारिश और ओलों से पौधों को सुरक्षित रखा जा सकता है। जल और उर्वरकों की खपत कम होती है।संरक्षित वातावरण में पौधे रोगों और कीटों से बचते हैं। किसी भी मौसम में खेती संभव होती है।

इस तकनीक से किसानों को अधिक और गुणवत्ता वाली उपज मिलती है, जिससे उनकी आय में उल्लेखनीय वृद्धि होती है। पॉलीटनल तकनीक न केवल खेती को टिकाऊ बनाती है, बल्कि बागवानी क्षेत्र को आधुनिक और लाभदायक भी बनाती है। किसानों के लिए यह तकनीक नए अवसर और संभावनाएं लेकर आई है। आज, यह न केवल उपज बढ़ाने में मदद कर रही है, बल्कि खेती को नई ऊंचाइयों तक ले जा रही है।