सेवानिवृत्त कर्मियों के कन्धों पर दिल्ली के हरित क्षेत्रों की निगरानी की जिम्मेदारी
नई दिल्ली: दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) अब अपने हरित क्षेत्रों की निगरानी और प्रबंधन के लिए सेवानिवृत्त सरकारी कर्मचारियों की सेवाएं लेगा। ये नियुक्तियां एक साल के अनुबंध पर की जाएंगी, जिन्हें बाद में सेवा विस्तार भी दिया जा सकता है। डीडीए द्वारा बनाए गए प्रमुख हरित क्षेत्रों — जैसे असिता ईस्ट, बांसेरा, यमुना वाटिका और द्वारका पार्क — की देखरेख के लिए इन सेवानिवृत्त कर्मियों को “पार्क प्रबंधक” के रूप में नियुक्त किया जाएगा। इनका मुख्य कार्य पार्क की निगरानी, रखरखाव और वहां छोटे बड़े इवेंट्स भी आयोजित करवाने होंगे ।
डीडीए के अनुसार, ये पद विशेष रूप से सेंट्रल आर्म्ड पुलिस फोर्स या डिफेंस से सेवानिवृत्त नायब सूबेदार या समकक्ष पद से रिटायर हुए कर्मचारियों के लिए होंगे। चयनित व्यक्तियों को हर माह ₹50,000 का मानदेय दिया जाएगा। आवेदन करने के लिए उम्मीदवार की अधिकतम उम्र 63 वर्ष होनी चाहिए और उन्हें कंप्यूटर का बुनियादी ज्ञान भी होना चाहिए।
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एक पार्क के लिए दो प्रबंधकों की तैनाती होगी जो आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में काम करेंगे। डीडीए ने यह भी स्पष्ट किया है कि जिन कर्मचारियों पर विजिलेंस केस, विभागीय जांच या किसी अन्य तरह की जांच चल रही हो, या जो किसी राजनीतिक दल से जुड़े हों, उनके आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे।
डीडीए की यह योजना है कि इन हरित क्षेत्रों में समय-समय पर फ्लावर शो, पतंग उत्सव, और मैराथन जैसे कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाए। यह कदम सारे व्यवस्था को रास्ता पर लाने के लिए लिए उठाया गया है।