कुल्लू के उद्यान प्रसार केंद्र में 120 से लेकर 180 रुपए तक मिल रहा रूट स्टॉक का पौधा
नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में बागवानी विभाग के उद्यान प्रसार केंद्र में रूट स्टॉक के पौधे का वितरण शुरू हो गया है। रूट स्टॉक का पौधा 120 रुपये से लेकर 180 रुपए तक मिलेगा। इसमें तीन तरह की श्रेणियां बनाई गई हैं। ए, बी और सी श्रेणी के रूट स्टॉक के पौधे बागवानों को दिए जा जा रहे हैं। इसके अलावा यहां पर आम, नाशपाती, खुमानी, प्लम और अखरोट के पौधे भी मिल रहे हैं।
रूट स्टॉक के अलावा सिडलिंग के पौधे भी उपलब्ध हैं, पतहीकूहल स्थित केंद्र में बागवानी के लिए पौधे दिए जा रहे हैं। गौर रहे की बागवानी विभाग के पास 1.80 लाख पौधों की डिमांड बागवानों की ओर से दी गई थी। इस डिमांड को बागवानी विभाग की ओर से पूरा किया जा रहा है। इसके बाद भी बागवानी किसानों में अभी तक तेजी नहीं आई हैं। किसान बारिश के इंजतार में हैं।
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बारिश होने के बाद किसान रूट स्टाक के पौधे अपने बगीचों के लिए लेकर जाएंगे। फिलहाल सूखे के डर से किसान हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। कुल्लू में भी नर्सरियों में सेब के पौधों की खरीद में तेजी नहीं आ रही हैं। नर्सरी वालों के पास पौधों का स्टॉक बहुत ज्यादा है।
जिले के बागवानी विभाग के उपनिदेशक बीएम चौहान ने कहा कि बागवानी की ओर से पौधे का वितरण शुरू कर दिया गया है। पतलीकूलह स्थित केंद्र में अब तक 2,000 से अधिक रूट स्टॉक के पौधे किसान ले जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को अच्छी गुणवता वाले पौधे मुहैया करवाए जा रहे हैं।
क्या होता है रूट स्टॉक पौधा ?
रूट स्टॉक दो प्रकार का होता है। टिशू कल्चर से तैयार रूट स्टॉक और क्लोनल रूट स्टॉक। सीडलिंग पर पौधा बीजों से तैयार होता है जबकि क्लोनल जड़ों से तैयार होता है। इससे तीन तरह के पौधे तैयार होते हैं, जिनमें डवारफ, सेमी डवारफ और बिगरस रूट स्टॉक शामिल हैं। जबकि टिशू कल्चर विधि में रूट स्टॉक पौधों के विभिन्न भागों के उतकों से तैयार किया जाता है। नाशपाती और चैरी आदि के रूट स्टॉक भी तैयार किया जाता हैं।
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