सदाबहार का फूल: सौंदर्य और त्वचा के लिए वरदान

ऋषिकेश: हमारे बगीचों और बालकनी की शोभा बढ़ाने वाला सदाबहार का फूल सिर्फ सुंदरता का प्रतीक नहीं, बल्कि त्वचा के लिए भी बेहद फायदेमंद है। आयुर्वेद में इसे प्राकृतिक सौंदर्य उपचार के रूप में उपयोग किया जाता है। इसके फूलों में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो त्वचा को स्वस्थ, चमकदार और जवान बनाए रखने में मदद करते हैं।

ऋषिकेश के कायाकल्प हर्बल क्लिनिक के डॉ. राजकुमार (डी.यू.एम.) ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि सदाबहार का फूल दाग-धब्बे, झाइयां, मुंहासे और झुर्रियों को कम करने में सहायक है। इसमें मौजूद प्राकृतिक ब्लीचिंग एजेंट त्वचा की टोन सुधारते हैं और उसे एक समान बनाते हैं। यह अतिरिक्त तेल को नियंत्रित कर तैलीय त्वचा वालों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।

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इस फूल में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट कोलेजन उत्पादन को बढ़ाते हैं, जिससे त्वचा लंबे समय तक जवां बनी रहती है। यदि इसका पेस्ट बनाकर हल्के हाथों से स्क्रब किया जाए, तो यह डेड स्किन सेल्स और ब्लैकहेड्स हटाने में मदद करता है, जिससे त्वचा साफ और ताज़ा दिखती है।

डॉ. राजकुमार के अनुसार, खुजली, जलन या स्किन इंफेक्शन से परेशान लोगों के लिए भी सदाबहार का फूल कारगर साबित हो सकता है। इसके एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा को शांत रखते हैं और संक्रमण से बचाव करते हैं।

अगर आप भी केमिकल युक्त सौंदर्य उत्पादों से बचना चाहते हैं, तो सदाबहार के फूल का उपयोग करके अपनी त्वचा को प्राकृतिक चमक और ताजगी दे सकते हैं।