Lemon

कम लागत से बंपर मुनाफा पाने के लिए आज से ही शुरु करें नींबू की खेती

नई दिल्ली।  नींबू की मांग बाजार में हमेशा रहती है, यह भोजन के स्वाद को बढ़ा देता है।  विटामिन सी की मात्रा पर्याप्त होने के कारण इसका उपयोग कई सारी बीमारियों में किया जाता है। इसकी खेती करना किसान भाईयों के लिए हमेशा से फायदेमंद रहा है। बाजार में इसका दाम अच्छा मिलता है। नींबू का दाम हमेशा से बाजार में 150 रुपए किलो रहता है। देश के कई प्रदेशों में किसान अब नींबू की खेती कर रहे हैं। जिस नींबू का रंग नारंगी जैसा होता है वह दूसरे नींबू की तुलना में अधिक खट्टा होता है। इसका प्रयोग सब्जी में डालने से लेकर अचार बनाने तक होता है।

नींबू की खेती करने की विधि

पर्याप्त मात्रा में पानी दें

नींबू की खेती में प्रयाप्त मात्रा में पानी की जरूरत होती है। इस पौधा को लगाते समय लगभग एक फीट तक गहरा गढ़ा खोंदे । इस गड्ढ़े में पानी डालकर छोड़ दें। जब पानी सूख जाए, तो पौधा लगाने के लिए उसमें मिट्टी का प्रयोग करे। और पौधे के चारों तरफ से घेरा बनाकर एक कियारी बनाएं। इसके बाद पौधे के जड़ में हमेशा पानी का प्रयोग करें।

नींबू की खेती के लिए मिट्टी

नींबू की खेती करने के लिए सबसे जरूरी है मिट्टी  उपजाऊ होना। वहीं नींबू लगाने के लिए सबसे उपयुक्त हल्की मिट्टी जो अच्छी जल निकास वाली हो, नींबू की खेती के लिए मिट्टी की पीएच 5.5-7.5 होना चाहिए। लेकिन नींबू को लगभग सभी तरह की मिट्टियों में आसानी से उगाया जा सकता है।

नींबू की किस्में

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा ने कागजी नींबू और लेमन दोनों की ही दो-दो प्रजातियां विकसित की हैं। जहां तक कागजी नींबू यानी लाइम की बात है, तो पूसा उदित, और पूसा अभिनव दो प्रजातियां हैं, जिन्हें उत्तर भारत में सफलतापूर्वक उगाया जा सकता है। वहीं इनके फल का समय जुलाई, अगस्त और फरवरी से अप्रैल के बीच में होता है।

बाजार में नींबू की मांग

नींबू के पौधे लगाने के तीन से साढ़े तीन वर्ष के बाद ही फल निकलने शुरू हो जाते हैं। एक पौधे से एक साल में बाजार के आधार पर तीन हजार किलो का उत्पादन होता है। नींबू का बगीचा एक बार लगाने पर 30 साल तक फल देता है, जिसका मतलब ये है कि किसान भाई 30 वर्ष तक इसका लाभ ले सकते हैं। नींबू की खेती कर किसान भाई कुछ ही साल में लाखों रुपए तक का मुनाफा पा सकते हैं।