सेब के पेड़ में स्प्रे का समय शुरू, जाने बागवान की सलाह
नई दिल्ली। सेब में स्प्रे का समय शुरू हो चुका है। सेब के पौधों को बीमारियों से बचाने और अच्छी पैदावार के लिए विभिन्न केमिकल स्प्रे और पैस्ट कंट्रोल किया जाता है। इसके लिए बागवानी विभाग भी हर वर्ष स्प्रे शेड्यूल जारी करता है। कुछ बागवान अपनी समझ और जानकारी के अनुसार भी अपने बगीचों में स्प्रे और पैस्ट कंट्रोल करते है। शिमला के रहने वाले सेब के बागवान मोहित शर्मा ने कहा कि सेब के पौधों की किस्मों में विभिन्न स्प्रे का इस्तेमाल किया जाता है। इसके साथ ही न्यूट्रिशन देना भी बहुत जरूरी होता है, जिसके कारण सेब की पैदावार अच्छी होती है।
बागवान मोहित बताते हैं कि 5 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित M9 किस्म के पौधों की स्टेज पिंक बड तक पहुंच चुकी हैं। जिसमें कोजेब और प्रोपिनिब केमिकल का स्प्रे करना होता है। सेब में स्क्रैब बीमारी को कंट्रोल करने के लिए स्प्रे मदद करता है।वहीं यदि पेस्ट कंट्रोल के समय पौधों के पत्तो में थ्रिब्स लगना शुरू हो जाते है, जिसकी प्रिवेंशन के लिए थाइक्लोपिड की स्प्रे करनी होती है। मार्च में सेब के पौधे पर न्यूट्रिशन की स्प्रे करना भी बहुत महत्वपूर्ण है।