The world of flowers seen in the 26th flower exhibition of Indraprastha Horticultural Society

इंद्रप्रस्थ हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी की 26वीं पुष्पप्रदर्शनी में दिखी रंग-बिरंगे फूलों की छटा

नई दिल्ली। इंद्रप्रस्थ हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी के तत्वावधान में 26वीं  पुष्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस पुष्प प्रदर्शनी का शुभारंभ 10 फरवरी को दिल्ली उच्च न्यायालय की न्यायाधीश न्यायमूर्ति नीना बंसल कृष्णा ने किया। प्रदर्शनी में एनसीआर समेत पूरे देश के फूल प्रेमी शामिल हुए। इसका आयोजन कड़कड़डूमा के सूरजमल विहार के बाहुबली डीडीए पार्क में किया गया।  पुष्प प्रदर्शनी में 10 फरवरी को सुबह 9 बजे से विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन गया, जिसमें अलग-अलग फूल व्यवसायियों ने अपने-अपने पुष्पों का प्रदर्शन किया। दो दिवसीय इस प्रदर्शनी में रंग-सुगंध से भरे अनेक सुंदरतम फूलों की छटा देखते ही बन रही थी।

यहां लोगों ने फल, फूल और औषधीय पौधों की जमकर खरीदारी की। अगले दिन यानी 11 फरवरी को सब्जियों के पौधों की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की वरिष्ठ वैज्ञानिक और प्लांट विज्ञान  विभाग की डीन डॉ.रश्मि अग्रवाल ने समापन समारोह में  खास शिरकत कर फूल-पौधों में रुचि दिखाई।

भारत की अनेकता में एकता का प्रदर्शन 

इंद्रप्रस्थ हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी के सदस्यों ने भारत की अनेकता में एकता को प्रदर्शित किया, जिसमें देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की झांकियां दिखाई गयीं। इन झांकियों में सभी प्रदेशों में उगने वाले पेड़ -पौधों और औषधीय पौधों का प्रदर्शन किया गया।

भारतीय नारी के बढ़ते कदम का प्रदर्शन

देश की महिला शक्ति, महिलाओं की सामाजिक भागिदारी, देश के विकास में महिलाओं की भागीदारी का भी प्रदर्शन देखने को मिला, जिसमें देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, अन्तरिक्ष यात्री कल्पना चावला सहित सामाजिक निर्माण में महिलाओं की भागीदारी को प्रदर्शन किया गया। झांकी के माध्यम से यह बताया गया कि आज के बदलते समय में महिला अब घर के काम ही नहीं, बल्कि इसके साथ-साथ देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है।

आयोजन का थीम  ‘मेरा भारत मेरा मान’

इंद्रप्रस्थ हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी की संस्थापकसचिव रचना जैन ने नर्सरी टुडे को बताया कि आज से 26 साल पहले हमने इस संस्था की स्थापना की थी। तब से  हर साल इस तरह का आयोजन किया जाता है। इसका मकसद होता है लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना। रचना जैन ने आगे कहा कि इसके आयोजन का थीम ‘मेरा भारत मेरा मान’ रखा गया।

भारत की सौगात योग, आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा

इसके साथ-साथ पुष्प प्रदर्शनी में ‘भारत की सौगात योग,आयुर्वेद, प्राकृतिक चिकित्सा’ के तहत भारतीय जड़ी-बुटी के पौधों और योग को भी दर्शाया गया। इस दौरान योग से जुड़ी प्रतिभाओं को निखरने का मौका भी दिया गया। इंद्रप्रस्थ हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी की अध्यक्ष कृष्णा गुप्ता ने बताया कि इस प्रदर्शनी का उदेश्य है कि लोग हॉर्टिकल्चरल के महत्व को जानें जिससे वातावरण को स्वच्छ बनाया जा सके।

लोगों ने किया विभिन्न प्रकार के फूलों का दीदार

इंद्रप्रस्थ हॉर्टिकल्चर सोसायटी में आयोजित पुष्प प्रदर्शनी में 500 से ज्यादा फूलों की वैरायटी को लोगों ने देखा। इसमें गुलाब की विभिन्न प्रजातियों के अलावा रजनीगंधा, गेंदा, जरबेरा, ग्लेडियोलस, बर्ड ऑफ पैराडाइज,एनीमोन की अलग-अलग वैरायटी देखने को मिली। इतना ही नहीं इन फूलों के अलावा रंगीन पत्तियों वाले सजावटी पौधे भी प्रदर्शीत किए गए। पुष्प प्रदर्शनी में  बोनसाई, कैक्टस, सजावटी पौधे, फ्लावर पॉटस,  वर्टिकल गार्डन, फलों के पौधे, सब्जियों के पौधे, फूलों की रंगोली भी आकर्षण का केंद्र रही।