Farmer Vishal Sah, resident of Chhapra district of Bihar, has set an example in the field of horticulture by cultivating guava.

यह किसान अमरूद की बागवानी से कर रहा है बेहतर कमाई

नई दिल्ली। बिहार के छपरा जिले के रहने वाले किसान विशाल साह  ने अमरूद की खेती कर बागवानी के क्षेत्र में मिसाल पेश किया है।  विशाल साह बताते हैं कि अभी  पेड़ छोटे  हैं, फिर भी एक पेड़ से लगभग सात किलो के आस-पास पैदावार हो जाती है। विशाल ने इस VNR वैरायटी के अमरूद बीज को कोलकाता से मंगाया था। इसमें एक अमरूद का वजन लगभग 500 ग्राम का होता है। विशाल ने एक बीघा खेत  में अमरूद के पौधे लगाए हैं। VNR वैरायटी का अमरूद 3 फीट का होने के बाद फल देने लगता है। कुछ लोग इसे गमले में अपने गार्डन में भी लगाते हैं। इसकी खेती आज के बदतले समय भारत के सभी क्षेत्रों में होने लगी है। विशाल साह के खेत में अमरूद का पेड़ दूसरी बार फल दे रहा है। इस बागवानी से उन्हें  बेहतर कमाई हो रही है। इनके अमरूद की बागवानी को देखने के लिए लोग हमेशा आते हैं।

क्या होता है VNR वैरायटी का अमरूद

इसमें अमरूद का परंपरागत स्वाद व सुगंध होता है। अन्य प्रजातियों के मुकाबले यह क्रिस्पी यानी कुरकुरा होता है। बेहतरीन भंडारण क्षमता के कारण यह बाजार के लिए भी काफी उपयुक्त है। पंतनगर विश्वविद्यालय का शोध अनुसंधान केंद्र इस पर और रिसर्च कर रहा है।