नालंदा उद्यान महाविद्यालय में ‘औषधीय एवं सुगंधित पौधा’ विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित
नई दिल्ली। नालंदा उद्यान महाविद्यालय में 2 मार्च को कौशल विकास मिशन की ओर से ‘औषधीय एवं सुगंधित पौधा उत्पादन’ विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के किसानों को बागवानी तकनीक की जानकारी दी गयी। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य और वैज्ञानिक डॉ. रणधीर कुमार ने दीपप्रज्ज्वलन के साथ किया। उन्होंने उद्घाटन सत्र में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसानों को आज के बदलते समय में अनेक प्रकार के औषधीय एवं सुगंधित पौधों की खेती करनी चाहिए। अगर हम इस तरह की खेती करते हैं तो यह रोजगार और ज्यादा कमाई करने का अवसर प्रदान करेगा। उन्होंने सफेद मूसली, अश्वगंधा, सर्पगंधा, एलोवेरा, तुलसी, लेमन ग्रास पर विशेष जानकारी दी। इस अवसर पर जिले के सभी कृषि वैज्ञानिक, बागवानी से जुड़े लोग महाविद्यालय के सभी सहायक प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, प्रोफेसर और किसान मौजूद रहे।
सरकार औषधीय पौधे की खेती को बढ़ावा दे रही है
केंद्र और राज्य सरकारें नई-नई योजनाओं के तहत किसानों की आमदनी बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं। बिहार सरकार प्रदेश में औषधीय पौधे और शुष्क बागवानी को बढ़ावा दे रही है। राज्य में शुष्क बागवानी के तहत पौधे बांटे जा रहे हैं। सरकार की ओर से फसल विविधीकरण योजना के तहत औषधीय पौधों की खेती को बढ़ावा देने का निर्णय लिया गया है।