जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआई और एनआईटी पर्यावरण संरक्षण के लिए कर रहा हैं कई पहल
नई दिल्ली। पर्यावरण संरक्षण के लिए जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआई और एनआईटी कई पहल कर रहा है। इस पहल में आस- पास में निवास करने वाले ग्रामीण लोगों को भी जोड़ा जा रहा हैं। दोनों संस्थानों ने अपने पूरे परिसर को कार्बन मुक्त बनाने का संकल्प लिया है, इसके लिए 2018 से ही कार्य शुरू कर दिया गया है। इसके तहत छात्रों को बायो गैस स्थापित करना, छात्रों को कैंपस के अंदर साइकिल चलाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके साथ-साथ परिसर में अब सोलर से काम किया जा रहा हैं। विद्युत की खपत को रोकने के लिए प्रसाधन कक्षों में इन्फ्रारेड़ सिस्टम लगाए गए हैं।
प्लास्टिक कचरे से डस्टबिन बनाए जा रहे हैं
जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआई और एनआईटी की ओर से पर्यावरण संरक्षण के लिए अनेकों प्रोजेक्ट पर काम कर रहा हैं। कैंपस में पर्यावरण संरक्षण के लिए, प्रशासनिक ब्लाक, पुस्तकालय, अध्यन सेंटर में सोलर सिस्टम स्थापित किया गया है। इस कैंपस में 5 साल से सोलर पैनल के द्वारा 30 मेगावाट से ज्यादा बिजली उत्पादन किया जा रहा है। जिसके कारण लगभग 3 टन से ज्यादा कार्बन डाइऑक्साइड की बचत हो रही है। जमशदपुर स्थित एक्सएलआरआई स्कुल में बयोगैस प्लांट स्थापित किया जा रहा है। कैंपस में रोजाना 300 किलो से अधिक कचरे एकत्र किया जाता है। जिससे 300 घन मीटर गैस का उत्पादन हो रहा है। जो 16 किलो मीटर वाले एलपीजी गैस सेलेंडर के बराबर है। इस पहल से हर रोज एक एलपीजी सेलेंडर की बचत हो रही है। इस प्रोजेक्ट के तहत सभी लोग मिलकर पूरे कैंपस की सफाई करते हैं। सफाई के बाद निकलने वाले प्लास्टिक से कैंपस के लिए डस्टबिन बनाई जा रही है।