ग्रेटर नोएडा में इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टी एक्सपो-25 की शानदार शुरुआत
नोएडा: इंडिया इंटरनेशनल हॉर्टी एक्सपो-25 की भव्य शुरुआत ग्रेटर नोएडा में हो चुकी है। यह तीन दिवसीय मेगा प्रदर्शनी 20 मार्च से 22 मार्च तक इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में आयोजित की जा रही है। इस एक्सपो का आयोजन पिक्सी द्वारा किया गया है, जिसमें देश-विदेश के प्रमुख उद्योग जगत के नेता, इनोवेटर्स और बागवानी प्रेमी एकत्र हुए हैं।
यह एक्सपो बागवानी, पुष्प उत्पादन (फ्लोरीकल्चर) और नर्सरी क्षेत्रों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। उद्घाटन समारोह में भारतीय नर्सरीमेन एसोसिएशन के अध्यक्ष वाई.पी. सिंह और अन्य प्रमुख सदस्य मुकुल त्यागी, रफीक खान, राकेश यादव, मुकेश शर्मा और ग़ालिब खान ने पारंपरिक दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस कार्यक्रम में कई प्रमुख उद्योगपतियों और गणमान्य व्यक्तियों को पौधे और पारंपरिक पटका देकर सम्मानित किया गया। कई अंतरराष्ट्रीय मेहमान भी इस एक्सपो का हिस्सा बने और भारत के बागवानी क्षेत्र में अपनी रुचि दिखाई।
इराक के प्रथम सचिव अली अब्दुल इस एक्सपो के प्रमुख विदेशी अतिथियों में से एक थे। उन्होंने भारत के बागवानी क्षेत्र में गहरी रुचि दिखाई और कहा कि वे अगले वर्ष इराक से भी बागवानी कंपनियों को इस कार्यक्रम में शामिल करना चाहते हैं। उन्होंने यह भी कहा, “भारत और इराक के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं। हमें उम्मीद है कि भारतीय बाजार में इराकी कंपनियों को जगह मिलेगी, जिससे दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्ते और मजबूत होंगे।”
इसके अलावा, स्पेन के कृषि और बागवानी काउंसलर जुआन मैनुएल वेलास्को भी इस आयोजन में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि भारत और स्पेन दोनों के बागवानी विकास में समानता है और इस क्षेत्र के विस्तार की जरूरत है। उन्होंने ऑर्गेनिक खेती और सस्टेनेबल एग्रीकल्चर को प्राथमिकता देने की बात भी कही।
देशभर से आए कई स्टॉल्स पर नई तकनीकें, नवाचार और व्यापार के अवसर प्रदर्शित किए जा रहे हैं। भारी संख्या में लोग इस एक्सपो का दौरा कर रहे हैं और विशेषज्ञों से पौधों व बागवानी की जानकारी ले रहे हैं। प्रकृति प्रेमियों में भी इस मेले को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है।
इस एक्सपो में बागवानी, लैंडस्केपिंग और पुष्प उत्पादन की अत्याधुनिक तकनीकों को प्रदर्शित किया जा रहा है, जिससे यह आयोजन आने वाले दिनों में और भी अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय भागीदारी को आकर्षित करेगा।