जाने कैसे करें कटहल की खेती
नई दिल्ली। भारत में लगभग सभी क्षेत्रों में कटहल की खेती होती है। कटहल का पेड़ एक बार लगाने के बाद कई सालों तक फल देता है। ऐसे में अगर किसान अपने खेत में कटहल की खेती करते हैं, तो वह कई सालों तक मोटी कमाई कर सकते हैं। इसका वजन ज्यादा से ज्यादा 30 किलों तक माना जाता है।
बता दें कि कटहल खाने में बेहद स्वादिष्ट होता है, कटहल में प्रोटीन, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन ए, विटामिन सी, पोटेशियम एवं कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है। ऐसे में आइए कटहल की उन्नत खेती के बारे में जानते हैं।
कटहल की उन्नत किस्में
कटहल की खेती से अच्छी पैदावार प्राप्त करने के लिए किसान को इसकी उन्नत किस्मों का चयन करना चाहिए। कटहल की उन्नत किस्में सिंगापुरी, रसदार, गुलाबी, बारामासी आदि हैं।
कटहल की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी
कटहल की खेती के लिए गर्म जलवायु उपयुक्त मानी जाती है। सरल भाषा में कहा जाए, तो कटहल की खेती उन इलाकों में अच्छी की जा सकती है जिन इलाकों का मौसम गर्म रहता है और बारिश नहीं होती, या कम होती है। कटहल की खेती के लिए गहरी दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है।
कटहल का वैज्ञानिक नाम
कटहल का वैज्ञानिक नाम औनतिआरिस टोक्सिकारिया है, इसे श्रीलंका और बंग्लादेश का राष्ट्रीय फल माना गया है। यह दक्षिण एशिया तथा दक्षिण-पूर्व एशिया का देशज वृक्ष माना जाता है। देखा जाए तो यह कटहल का फल सभी फलों से बड़ा होता है।
खाद एवं उर्वरक की मात्रा
कटहल के खेत में गोबर की सड़ी खाद या कम्पोस्ट, पोटाश, एक किलोग्राम नीम की खली, थाइमेट, नाइट्रोजन ,फास्फोरस, पोटाश प्रतिवर्ष जुलाई के महीने में डालनी चाहिए।
कटहल की खेती से कमाई
किसान एक एकड़ खेत में कटहल के करीब 120 से 140 पौधे लगा सकता हैं। जिसमें किसान की लागत लगभग एक लाख रुपये तक आती है। वहीं, कमाई की बात करें तो किसान कटहल की खेती से एक साल में एक एकड़ में लगभग 5-7 लाख रुपये तक की मोटी कमाई कर सकते हैं।