Delhi Air Pollution: There has been a reduction in the level of pollution in Delhi NCR, Group 3 will still be strictly enforced

Delhi Air Pollution: दिल्ली एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में आई कमी, ग्रैप 3 अभी सख्ती से रहेगा लागू

नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर में पहाड़ों की ओर से आ रही ठंडी हवाओं के चलते प्रदूषण के स्तर में थोड़ी कमी आई है। हालांकि दिल्ली एनसीआर में अब भी प्रदूषण तय मानकों से काफी अधिक है। कंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार रविवार को औसत AQI 301 रहा। पॉल्यूशन में कमी आने के कारण ग्रैप 4 की पांबदियों को हटा लिया गया है लेकिन अभी ग्रैप 3 सख्ती से लागू रहेगा।

आज सुबह कितना रहा प्रदूषण स्तर

केंद्रीय प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड यानी सीपीसीबी के डेटा के मुताबिक, दिल्ली के आनंद विहार में AQI 362, ITO में 316, लोधी रोड और वजीरपुर में 392 AQI दर्ज किया गया है। एनसीआर की बात करें तो नोएडा सेक्टर 116 में 349, गाजियाबाद में 307, गुरुग्राम में 334 और फरीदाबाद में 336 AQI नोट किया गया है। हालांकि दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में हवा बहुत खराब से खराब की स्थिति में भी पहुंची है।

दिसम्बर माह में एक बार फिर परेशान करेगा प्रदूषण

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की मानें तो1 से 15 नवंबर तक का समय साल में सबसे प्रदूषित रहा। प्रदूषण 15 से 31 दिसंबर तक दोबारा लोगों को काफी ज्यादा परेशान कर सकता है। दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल कमिटी (DPCC) ने 2018 से 2022 तक हर पंद्रह दिन का एक विश्लेषण किया है। वजह यह है कि इस दौरान हवाएं सबसे ज्यादा कमजोर रहती हैं। साथ ही दिवाली और प्रदूषण भी इसी समय आता है। अब साल के दूसरे सबसे प्रदूषित दिन 15 से 31 दिसंबर के बीच रहेंगे। इस दौरान भी ठंड तेजी से बढ़ रही होती है। इस समय भी हवाएं काफी कमजोर हो जाती हैं।

ग्रैप-3 की पाबंदियां सख्ती से लागू होंगी

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ग्रैप-4 की पाबंदियां हटी हैं। लोग भ्रमित न हों क्योंकि ग्रैप-3 की पाबंदियां सख्ती से लागू होंगी। अभी भी तोड़-फोड़ पर रोक है। BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल गाड़ियों पर रोक जारी रहेगी। दिल्ली में सिर्फ CNG, इलेक्ट्रिक और BS-6 बसों को ही एंट्री मिलेगी। ट्रकों की एंट्री पर बैन हटा लिया गया है। दिल्ली के अंदर जो गैर प्रदूषित काम हैं जैसे- प्लम्बिंग, बिजली फिटिंग, फर्नीचर आदि का काम हो सकेगा। बोरिंग, ड्रिलिंग, खुदाई और भराई के काम नहीं हो सकेंगे।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार रविवार को राजधानी का औसत एक्यूआई 301 रहा। सुबह 9 बजे इसका स्तर महज 290 था। इसके बाद दिन के साथ यह थोड़ा बढ़ा और औसत एक्यूआई 301 रहा। राजधानी में 23 जगहों पर प्रदूषण बेहद खराब स्तर पर है। वहीं अन्य जगहों पर यह खराब स्तर पर रहा। सबसे प्रदूषित जगहों में अलीपुर का एक्यूआई 369, पंजाबी बाग का 351, जहांगीरपुरी का 362, नरेला का 360, वजीरपुर का 372, बवाना का 390, मुंडका का 365 रहा। इन जगहों पर रहने वालों को अभी भी बाहर अधिक देर तक तक नहीं रहना चाहिए।

23 नवंबर के बाद होगा और सुधार

मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार 20 से 22 नवंबर तक प्रदूषण बेहद खराब स्थिति में रह सकता है। इसके बाद भी अगले छह दिनों तक इसके बेहद खराब स्तर पर बने रहने की संभावना है। 23 नवंबर से प्रदूषण की स्थिति में एक बार फिर इजाफा हो सकता है। हवाओं की गति इस दौरान बेहद कम रहेगी। 20 नवंबर को नॉर्थ वेस्ट दिशा से 4 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी। सुबह व शाम के समय यह काफी धीमी हो सकती है।