सेमिनार में माध्यम से किसानों को बागवानी के लिए किया गया जागरुक
नई दिल्ली। हरियाणा के जींद जिले के खरकरामजी गांव में बुधवार को बागवानी विकास मिशन के तहत किसानों को प्रशिक्षण देने के लिए एक दिवसीय जिला स्तरीय सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें जिले के सभी किसानों ने भाग लिया। सेमिनार में मुख्य अतिथि को तौर पर मिशन निदेशक डॉ रणबीर सिंह राज्य बागवानी विभाग वे शिरक्त की तो वहीं विशिष्ट अतिथि के तौर पर एडीसी हरिश वशिष्ठ ने शिरकत कर किसानों को संबोधित किया।
किसानों को संबोधित करते हुए डॉ. रणबीर सिंह ने कहा कि बागवानी फसलों की खेती में युवा किसानों की आमदनी तो बढ़ती ही है, साथ ही बागवानी क्षेत्र में रोजगार के साधन भी उपलब्ध हो रहे हैं। कृषि फसलों की तुलना में बागवानी फसलों से पैदावार भी बढ़ती है। इसलिए किसानों को कषि के अलावा बागवानी फसलों की खेती भी करनी चाहिए। जिससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार हो ।
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भूमिहीन किसान को भी अनुदान
बागवानी विभाग किसानों को बाग लगाने पर 43 हजार रुपये प्रति एकड़, शंकर सब्जी की कास्त पर 15 हजार, नेट हाउस लगाने पर सामान्य किसानों को 50 प्रतिशत अनुशूचित जनजाती के किसान अगर ठेके पर भूमि लेकर नेट हाउस लगाते हैं तो 65 प्रतिशत और अपने भूमि पर लगाते है तो 85 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाता है। उन्होंने सेमिनार को संबोधित करते हुए आगे कहा कि जिन किसानों के पास अपनी भूमि नहीं है, वे भी बागवानी विभाग से जुड़ सकते हैं। भूमिहीन किसानों के लिए सरकार की ओर से भी कई तरह के योगदान दिया जा रहा है। जिनके पास अपनी जमीन नहीं है वैसे किसान को मशरुम उत्पादन करने के लिए अनुदान दिया जा रहा है।
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मिलेगा किसानों के फसल का उचित मुल्य
वहीं सभा को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि डॉ. हरीश वशिष्ट ने बताया की वर्तमान समय में हरियाणा में लगभग 7 प्रतिशत बगवानी क्षेत्र है। जिसको वर्ष 2027 तक 10 प्रतिशत व वर्ष 2047 तक सरकार द्वारा 20 प्रतिशत क्षेत्र बढ़ाने का लक्ष्य रखा गया है। ताकि हरियाणा में कुपोषण की समस्या का समाधान किया जा सके और साथ ही किसान की आय दोगुनी हो सके।
उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा विदेशों की तर्ज पर सोनीपत में गन्नौर मंडी का कार्य प्रगति पर है। जिसमें देशभर में इंटीग्रेटिड पैक हाउस, कोल्ड स्टोरेज चेन व प्रोसेसिंग यूनिट के माध्यम से किसानों के फल व सब्जियों गन्नौर मंडी में भेजी जाएगी। जिससे किसानों को फसल का उचित मुल्य भी मिल सकेगा। व किसान की आय दोगुनी होगी। इस सेमिनार में जिला बागवानी अधिकारी . विजय पान्नू, डॉ. असीम जांगड़ा, डॉ. कमल सैनी, नवीन राणा, दीपक कुमार, डॉ. मांगेराम, अभिषेक कुमार मौजूद रहे।
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